Saturday 26 September 2020

सूरजकुंड कुंभलगढ़ राजस्थान

 ओम नमो नारायण

 सूरजकुंड कुंभलगढ़ राजस्थान

जहां श्री अवधेशानंद जी महाराज विराजते हैं 
आसपास के लोगों का कहना है कि सूरजकड के महाराज जोकि अवधेशानंद जी है वह मुख्यतः पंजाब से आए हुए हैं उनको इस जगह को ढूंढने में करीबन 15 से 17 वर्ष लगे थे । अवधेशानंद जी महाराज वहां अपने आने वाले भक्तों का काफी ख्याल रखते हैं ।  इनके पैदल चलने की गति आम लोगों के मुकाबले कहीं ज्यादा है ।

यह जगह बहुत ही शांत और बहुत ही अच्छी और पर्यावरण से हरी भरी है इस जगह में मुख्यतः आपको शांति का अनुभव होगा ।

सूरजकुंड एक बहुत ही शानदार जगह है ! यह एक ऐसी जगह है जो पहाड़ों के रास्ते जाना पड़ता है ! 


यहां पर जाने के दो रास्ते हैं 
एक हम केलवाड़ा के पास से गवार नामक गांव से जा सकते हैं वहां से आपको पैदल चलकर जाना पड़ेगा और इसके लिए आपको रास्ते में सूरजकुंड जाने के निशान मिलेंगे । जो नीचे दिए गए चित्र में है ।

दूसरा रास्ता चारभुजा के थुरावड गाव से होके जाता है ।
यह रास्ता भी पगडंडी के सहारे चलके जाना पड़ता है ।

यहां के सफर की यात्रा बहुत ही शानदार है यहां बीच-बीच में पहाड़ है और एक यात्रा आपको एक साहसिक यात्रा का अनुभव कराएगी ।

सूरजकुंड कुंभलगढ़ राजस्थान

  ओम नमो नारायण  सूरजकुंड कुंभलगढ़ राजस्थान जहां श्री अवधेशानंद जी महाराज विराजते हैं  आसपास के लोगों का कहना है कि सूरजकड के महाराज जोकि अव...